
आज कोठी पैलेस पर चरणबद्ध आंदोलन के तीसरे चरण में सुबह 11:00 बजे से 2:00 बजे तक कर्मचारियों द्वारा धरना दिया गया। संयुक्त मोर्चा के जिलाध्यक्ष मोकम सिंह पटेल ने जानकारी देते हुए बताया की लंबे समय से कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सरकार से निवेदन कर रही है। पर सरकार की ओर से कर्मचारियों की समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।जिसको लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से ज्ञापन देकर लिखित में अपनी मांगों को मनवाने की बात कही गई है। कर्मचारियों की प्रमुख मांग है कि लिपिकों की वेतन विसंगति दूर करना, गृह भाड़ा भत्ता जारी करना, 2016 से रुकी पदोन्नति के आदेश जारी करना, स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ देना, और जुलाई 2024 से लंबित 3% महंगाई भत्ता जारी करना शामिल है। इसके अलावा, प्रदेश के लगभग 25,000 स्थाई कर्मी कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों के समान सुविधाएं देने की मांग की गई है, साथ ही दैनिक वेतनभोगी और अंशकालीन कर्मचारियों को स्थाई करने की मांग भी की गई है। धरने के दौरान उज्जैन सहित आसपास के सभी कर्मचारी कोठी पर एकत्रित हुए और नारेबाजी करते हुए सरकार को जगाने का काम किया है।कर्मचारी संघ ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे और उग्र आंदोलन करेंगे।