देश का गरीब नागरिक आज भी कंट्रोल की दुकान पर राशन हेतु लाइन में लगा है, देश से झुग्गी झोपड़ियां मैं आज भी नागरिक रहने को मजबूर है, सरकारी अस्पतालों में बिना इलाज के ही लोग मर रहे हैं, शासकीय स्कूलों में शिक्षक नहीं है, देश के नागरिक जानते हैं कि बजट कागज पर ही और विज्ञापनों में प्रसारित कर सरकार अपना फोटो छपाते है और देश के नागरिकों को दिग्भ्रमित करती है यह बजट भी इस दिशा की ओर है और लोगों को भ्रमित करने के लिए बड़े-बड़े वायदे किय गए हैं
